वाराणसी के बेनिया मैदान को शाहीन बाग बनाने की कोशिश, खदेड़ने पर चले ईंट-पत्थर
वाराणसी के बेनियाबाग मैदान को गुरुवार की सुबह शाहीन बाग बनाने की कोशिश की गई। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं को हटाने पर मैदान के बाहर युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस के खदेड़ने पर सभी भागे। देर शाम पुलिस ने 30 नामजद और 600 अज्ञात लोगों पर बलवा, बिना अनुमति इकट्ठा होने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गुरुवार की सुबह पहले आठ दस महिलाओं का दल बेनिया पहुंचा। मैदान में उनके लिए पहले से ही दरी आदि बिछाई गई थी। महिलाओं ने सीएए/एनआरसी के विरोध और संविधान की प्रस्तावना लिखी तख्तियों के साथ धरना शुरू कर दिया। महिलाओं के प्रदर्शन की खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन महिलाएं उठने को तैयार नहीं हुईं। धरना देने पहुंची महिलाओं ने कहा कि देश में 32 जगहों पर शाहीन बाग की तरह धरना प्रदर्शन चल रहा है। सरकार सोचती है कि महिलाएं हैं, जल्द थक कर हट जाएंगी लेकिन हम और शाहीन बाग बनाने आये हैं।
इसी बीच मैदान के बाहर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। वह लोग भी अंदर आना चाहते थे लेकिन पुलिस ने रोक दिया। लोगों की तादाद बढ़ने लगी तो अधिकारियों को सूचना दी गई। मौके पर भारी फोर्स बुला ली गई। महिला पुलिसकर्मियों की मदद से महिलाओं को जबरिया हटाने की कोशिश शुरू हो गई। उनकी गिरफ्तारी शुरू हुई तो बाहर खड़ी भीड़ ने पुलिस पर ईंट पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पुलिस ने लाठियां पटककर लोगों को खदेड़ा।
कुछ देर में ही एसएसपी प्रभाकर चौधरी और डीएम कौशल राज शर्मा भी पहुंच गए। पुलिस के अनुसार सृष्टि नामक महिला के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। एसएसपी ने महिला के खिलाफ चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है। अन्य महिलाओं खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया। बेनिया मैदान में इस तरह के प्रदर्शन को रोकने के लिए एक प्लाटून पीएसी और चौकी इंचार्ज को 24 घंटे नजर ऱखने को बोल दिया गया है।