BHU: काम आया आंदोलन, पीएचडी प्रवेश में ओबीसी वर्ग के भी होंगे प्रतिनिधि

BHU: काम आया आंदोलन, पीएचडी प्रवेश में ओबीसी वर्ग के भी होंगे प्रतिनिधि


बीएचयू में अब पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में ओबीसी वर्ग का भी एक प्रतिनिधि नियुक्त किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय ओबीसी वर्ग के छात्रों की मांग को ध्यान में रखकर लिया है। शीघ्र ही इस संबंध में एक सर्कुलर जारी कर सभी विभागों को इसकी सूचना दी जाएगी ताकि आगामी सत्र से इसे अमल में लाया जाए।


ओबीसी वर्ग के छात्रों ने एक माह पूर्व विवि प्रशासन को चार बिंदुओं वाला मांग पत्र सौंपा था। इसमें पीएचडी प्रवेश में प्रतिनिधित्व की मांग की थी। छात्रों ने बताया था कि पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में ओबीसी वर्ग का प्रतिनिधि नियुक्त नहीं किया जाता है। जबकि अन्य आरक्षित वर्ग (एससी, एसटी) के प्रतिनिधि नियुक्त किये जाते हैं। ओबीसी वर्ग का प्रतिनिधि न होने के कारण रिसर्च प्रपोजल व साक्षात्कार में छात्रों को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाता।


इस मांग को संज्ञान में लेते हुए रजिस्ट्रार डॉ. नीरज त्रिपाठी ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि इसके लिए विश्वविद्यालय के सभी विभागों में जल्दी ही सर्कुलर जारी कर दिया जाएगा। आगामी मार्च सत्र में इसे लागू कर दिया जाएगा। इसके अलावा छात्रों की अन्य तीन मांगों कॉपियों में नाम के स्थान पर कूट संख्या का प्रयोग, विश्वविद्यालय के सभी कमेटियों में ओबीसी वर्ग के प्रतिनिधि नियुक्त किया जाए तथा हॉस्टल आवंटन प्रक्रिया में ओबीसी वर्ग को संविधान प्रदत्त 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ।